Thursday, October 13, 2011

एक झलक


कई मुद्दतों के बाद आज
एक झलक दिखी है आपकी वो हँसी
देखने को जिसको कबसे
तरस गयी थी पल्कें हमारी

कई हसीन लम्हे बिताये थे
जिनकी झलकें फिर से याद आंई थी आज
छूकर महसूस करना चाहा था लेकिन
ग़ुम हो गयी सारी शायद तुम्हारे साथ

तुमसे प्यार करना सीखा था हमने
एक उम्मीद थी, एक जोश था तब
आज ढूँढा तो कहीं जाकर मिला
तुम्हारी खुशियों का खज़ाना अब

आपसे मिलने की एक मुराद है
गिनी-चुनी साँसों की जैसे आखरी तमन्ना
छोटी सी है मेरे दिल की कहानी
छु सको तोह छु लेना

निराश होना अगर कहीं
भूल भी जाओ तुम मुझे कभी
पर हो सकेगा ऐसा मुझसे
दिल की गिरफ्त होती है ऐसी

ना छु पाओ तो सोँच लेना
यकीन कभी टूटा था तुम्हारा
मेरे दिल का क्या है, टूटता ही रहता है
बस उसे जोड़ने की चाह रखना

फिरसे तुम्हारी परख के आगे
कड़ी हूँ आज फिर सिर झुकाए
यकीन तुम्हारा कभी तो मिलेगा
आस लगाए बैठी हूँ तबसे

ग़लतिआन तो होतीं हैं सबसे
पर माफ़ी नहीं मिलती सबको
जैसे प्यार मांगती है ये दुनिया
बाटना नहीं आता है सबको

सीखा था तुमसे कभी मैंने
प्यार का मतलब कुछ अलग सा
लेना- देना चलता ही रहता है
तराज़ू पर कभी तौला नहीं इनको

बीत गए कई पल, महीने और साल
लेकिन आज भी तुम्हारा चेहरा एक पर्दा है इन आखों का
हिफाज़त तो करता ही है इनकी
एक ज़रिया है मेरे दुनिया देखने का

पर, कई मुद्दतों के बाद आज
एक झलक दिखी है आपकी वो हँसी
देखने को जिसको कबसे
तरस गयी थी पलकें हमारी

कुछ तो फिर से याद गया
कुछ ग़लतियाँ हुई थी हमसे
माफ़ी तब भी दी थी तुमने
माफ़ी आज भी दे दी तुमने

प्यार की पहली परिभाषा सुनाई थी तुमने
प्यार की एक नयी भाषा आज फिर सिखाई है तुमने
नया रास्ता इस छोटी सी ज़िन्दगी का
आज फिर मेरी दुनिया बनाई है तुमने